गुरुवार, 30 मई 2024

कविता:"छुट्टी "

 "छुट्टी "
जल्दी हो छुट्टी स्कूल से ,
इंतजार नहीं हो रहा | 
गर्मी तो हो रही है बहुत ,
पसीना का बौछार हो रहा | 
गर्म हवा और लू चलती है ,
कूलर भी उससे लड़ती है | 
पेड़ -पौधे भी सूख गए ,
पर एक बूँद नहीं बरसती है | 
कवि :विरेन्द्र कुमार ,कक्षा : 3rd 
अपना घर 

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