बुधवार, 26 जुलाई 2023

कविता :"सपना "

"सपना "
सपने में आता है वह ख्याव | 
जंहा है खुशियों का स्वाद 
पानी की बूंद है वंहा | 
हवाओ से  मरा है जंहा 
हर पल सुहाना होता है | 
संगीत भी तराना होता है 
फूंलों की महक है | 
समुद्र की लहरों की झनक है 
सपनो में आता है वह ख्याव | 
जंहा है खुशियाँ का स्वाद 
कवि :नीरू कुमार ,कक्षा :7th 
अपना घर 

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