रविवार, 7 मई 2023

कविता "कल्पनाएं "

"कल्पनाएं "
 कल्पनाएं  उसी की  करो | 
जो करने में सफल हो सको।,
आगे का मत सोचो | 
क्योंकि दुनियाँ कल्पनाओ से भी आगे है ,
काम वही करो | 
जो तुम से हो सके ,
आगे का मत सोचो | 
क्योंकि दुनियाँ कल्पनाओं से भी  हैं ,
रास्ता एक ही चुनो ,
जिस पर तुम चल सको | 
दोनों रास्तो का मत सोचो ,
क्योंकि दुनियाँ कल्पनाओ से भी आगे हैं | 
कवि :सुल्तान ,कक्षा :9th 
अपना घर 

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