सोमवार, 7 मार्च 2022

कविता : "कितना याद गार होगा "

"कितना याद गार होगा "

 ये बिताये हुए पल क्लॉस में | 

कितना याद गार होगा ,

छोटी -छोटी शरारतें करते | 

क्लॉस के बीच में खाना खाते ,

तो कभी पीरियड बेकार करता | 

और दोस्तों के संग मौज मस्ती करता ,

ये सब जाने के बाद याद आएगी | 

वे गुजारे हुए एक पल ,

जीवन मैं नया सीखा जाते है | 

ये बिताये हुए पल क्लॉस में ,

कितना याद गार होगा | 

कवि : सार्थक कुमार , कक्षा : 11th 

अपना घर

 

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