मंगलवार, 6 जुलाई 2021

कविता : "एक नया संसार बना लूँ "

"एक नया संसार बना लूँ "

एक नया संसार बना लूँ | 

इस जहा को अपना यार बनालू ,

जग में कुछ मेरा नाम हो | 

एक अनोखा काम हो ,

जातिया हमारी एक हो |

सब को यही जता दू ,

सपनों के जैसा हो | 

किसी चीज की कमी ना हो ,

एक नया संसार बना लूँ | 

कवि : रोहित कुमार , कक्षा : 4th 

अपना घर


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