शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

कविता : "दोस्ती"

"दोस्ती"

दोस्ती भी क्या होता यार | 

जो देती जी भर कर प्यार ,

जगह -जगह पर साथ निभाता | 

हर मुसीबत  काम है आता ,

मेरी मुसीबत गले लगाता | 

जो वादा करो वो है निभाता ,

छोड़ देता सारा हार की परवाह | 

सम्हलता सिर्फ दोस्ती की राह ,

कवि : नंद कुमार , कक्षा : 5th 

अपना घर

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