शनिवार, 5 जून 2021

कविता : "वो दिन भुलाया नहीं जा सकता "

"वो दिन भुलाया नहीं जा सकता "

वो दिन भुलाया नहीं जा सकता | 

उस दिन की लगी आग सीने से ,

बुझाया नहीं जा सकता | 

जीन वीरो ने हस कर चूमे थे,

फ़ासी के फंदे | 

देशके आज़ादी के खातीर,

उन महान वीरो को अपने दिल से | 

उनका नाम हटाया नहीं जा सकता ,

वो दिन भुलाया नहीं जा सकता | 

जिसने देश को आज़ाद कराया ,

मुझे गर्व है उस देश के भुमी पर | 

जहाँ हज़ारो लोगो को लाइट का हर एक,

कटरा देश के भूमी को स्नेह हुए | 

कवि :संजय कुमार , कक्षा : 11 

अपना घर 

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