सोमवार, 26 अप्रैल 2021

कविता : शांत वातावरण

" शांत वातावरण "

 यह शांत वातावरण मुझसे कहता  है,

तू  हर पल क्यों अकेला रहता है | 

हवाओं से करता क्या तू बात,

करना चाहता हूँ  उससे मुलाकात | 

गर्मी  में तेरी आवाजें होती है तेज़,

लगता है मझे कभी  यह जेल | 

जाना चाहता हूँ  मैं तेरे पास,

जल्द  ही करुगा मैं घर वास | 

 यह  शांत वातावरण मुझसे कहता है,

तू क्यों हर पल अकेला रहता है | | 

कवि : कुल्दीप कुमार 

कक्षा : 10th , अपना घर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें