शनिवार, 27 मार्च 2021

कविता : "खत्म हो गए है एग्जाम मेरे "

" खत्म हो गए है एग्जाम मेरे "

खत्म हो गए है एग्जाम मेरे ,

सोचता हूँ क्या करुँगा सवेरे | 

खोलूँगा अब कहानियों का भण्डार ,

याद करुँगा  अब घर द्वार | 

चुट -कुले  कहानियाँ  जो मन में याद आए ,

जो अभी तक नहीं किया वो करुँगा | 

सिखुगा निखारूगा अब अपना  पॉवर ,

उपयोग करुँगा  अपना घर एक ऑवर | 

ज्ञान का भण्डार लेकर जाऊगा  सवेरे ,

एग्जाम खत्म तो ट्वेल्थ आना | 

कवि : प्रांजुल कुमार , कक्षा : 11th , अपना घर

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