रविवार, 8 दिसंबर 2019

कविता : फूल जो कुछ कहना चाहती है

" फूल जो कुछ कहना चाहती है "

हवाओं में हिलती हुई,
वह फूल जो कुछ कहना चाहती है |
अपनी सजी हुई टहनियाँ लेकर,
हवाओं के साथ खेलना चाहती है |
खुशबू से तन को महकाना चाहती हैं |
आस पास पेड़ -पौधे से कहकर,
अपनी खुशबू से मन को |
यूँ ही बहलाना चाहती है |
यह फूल के पौधे
हवाओं से खेलना चाहती हैं | 

कवि : सुल्तान कुमार  , कक्षा : 5th , अपना घर 
कवि परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | इस कविता का शीर्षक " फूल जो कुछ कहना चाहती है " है | सुल्तान कवितायेँ बहुत अच्छी लिखतेहैं | सुल्तान पढ़ाई के प्रति बहुत ही गंभीर रहते हैं |


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