रविवार, 8 दिसंबर 2019

कविता : पानी

" पानी " 

पानी है तो मेरा जीवन, 
अगर पानी न होता तो हम नहीं | 
पानी रहे साफ तो मैं भी साफ, 
पानी नहीं तो कोई नहीं माफ़ | 
पानी है तो जीवन है, 
पानी है तो कल की सुबह है | 
 सुधर जाओ तुम तुम सभी, 
वरना पाओगे पानी न कभी | 
पानी की करो अभी से बचत, 
हाथ मलते रह जाओगे जब होगी खपत | 

कवि : बिट्टू कुमार , कक्षा : 3rd , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता बिट्टू के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | यह बिट्टू की पहली कविता है जिसको बहुत ही मन से लिखी है | इस कविता का शीर्षक " पानी " है | बिट्टू कवितायेँ लिखने के अलावा स्केटिंग भी चलाता है |

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