शनिवार, 23 नवंबर 2019

कविता : दुनियाँ को बचाना है

"  दुनियाँ को बचाना है "

हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है | 
देश को स्वच्छ बनाना है,
देश से प्रदुषण को कम करना है |   
हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है | 
डेंगू मच्छरों को मार भगाना है,
मलेरिया बीमारी को जड़ से हटाना है | 
हमें मंजिल तक पहुँचना है,
इस दुनियाँ को बचाना है | 

कवि : अजय कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता अजय के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | अजय नई इस कविता का शीर्षक : दुनियाँ को बचाना है " दिया है : अजय को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है| पढ़ने में होशियार होने के साथ ही साथ खेल - कूद में भी अच्छे हैं |  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें