सोमवार, 11 नवंबर 2019

कविता : पानी

" पानी "

हाथ धोऊँगा पानी से,
मुन्ना कहता नानी से |
प्यासे को पानी पिलाना चाहिए,
पानी को स्वास्थ्य रखना चाहिए,
हम जाने कितना पानी है,
ये तो बहुत बड़ी कहानी है |
कहीं ओस है तो बर्फ है कहीं,
पानी ही क्या भाप नहीं | 
धरती पर जीवन लाया,
पानी सींचकर खेत लहराया | 

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जिसका शीर्षक " पानी " है | सुल्तान को कवितायेँ लिखने  का बहुत शौक है | यह कविता पानी की सुरक्षा क लिए है | सुल्तान को कवितायेँ लिखने का बाहत शौक है | 

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