रविवार, 21 जुलाई 2019

कविता : छोटी सी चिड़िया

" छोटी सी चिड़िया "

छोटी सी चिड़िया चहक रही थी,
मेरे खिड़की के पास |
मैं देख रहा था उस चिड़िया को,
जो उड़ रही थी मेरे खिड़की के पास |
अपने सहेलियों को बुला रही थी,
लगता वो मेरे नींद को जगा रही थी |
जब वह आई मेरे पास,
मैंने उसे बताई एक बात खास |
चली जा अपनी सहेली के पास,
मत बैठ मेरे खिड़की के पास |

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के नवादा जिले के निवासी हैं | सुल्तान को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | अभी तक सुल्तान ने कुछ ही कवितायेँ लिखना शुरू की है | मुझे उम्मीद है की यह कविता आपको अच्छी लगी होगी | और यह भी उम्मीद है की आप उनका उत्साहवर्धन करेंगें ताकि वह और भी अच्छी कवितायेँ लिख सके |

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