शनिवार, 11 मई 2019

कविता : आम का महीना आया

"आम का महीना आया "

आम का महीना आया,
 बच्चों के मुँह में पानी आया |
मुँह से लार टपकता टप टप कर,
आमों में रस भरा रहता है ठस ठस कर |
धूप से गिरता टप टप,
बच्चे खाए खूब चूसकर |
रंग रसीला आम लाया,
बच्चों के मन में खुशियाँ लाया |
आम का महीना आया,
 बच्चों के मुँह में पानी आया |

नाम : सार्थक कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता सार्थक के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के नवादा जिले के निवासी हैं | सार्थक को मौसम और चीजों के बारे में कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है | सार्थक एक इंडियन आर्मी बनना चाहते हैं | सार्थक को क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है |

1 टिप्पणी:

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