रविवार, 9 सितंबर 2018

कविता : शिक्षा ग्रहण

 " शिक्षा ग्रहण "

शिक्षा ग्रहण करनी है तो, 
पहले विद्यार्थी बनना पड़ेगा | 
ज्ञान ग्रहण करनी है तो,
पहले ज्ञानी बनना पड़ेगा | 
ज्ञान का समंदर बहाना है तो, 
पहले समंदर बनना पड़ेगा | 
कुछ नया सीखना है तो, 
पहले गुरु बनना पड़ेगा | 
गुरु की जिज्ञासा लेकर, 
तुमको आगे बढ़ना पड़ेगा | 
और कुछ सीखना है तो, 
पहले किताब पढ़ना पड़ेगा | 
शिक्षा ग्रहण करनी है तो, 
पहले विद्यार्थी बनना पड़ेगा | 

कवि : समीर कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर 

कवि परिचय : यह है समीर जो की इलाहबाद के रहने वाले हैं और अपना घर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं | समीर कवितायेँ लिखने के साथ साथ अच्छे गीत भी गा  लेते हैं | समीर एक संगीतकार बनना चाहते हैं और इसके लिए वह म्हणत करता है | 

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