मंगलवार, 4 सितंबर 2018

कविता : कल का भविष्य हैं हम

" कल का भविष्य हैं हम "

हम मज़दूर हैं तो क्या हुआ ,  
कल का भविष्य हैं हम | 
मेरी सफलताओं को ,  
कदम चूमेगी एक दिन | 
हौसला और जज्बा को ,  
कम होने नहीं देंगे हम | 
जब तक मंजिल तय न हो जाए ,  
तब तक कोशिश करते रहेंगे हम | 
मुश्किलों से नहीं घबराएंगे ,  
हर संकटों को पार कर जाएँगे | 

कवि : नितीश कुमार  ,  कक्षा : 8th  ,  अपना घर 

                                                                              


कवि परिचय : यह हैं नितीश कुमार जो की बिहार के नवादा जिले के रहने वाले हैं | नितीश को टेक्नोलॉजी में बहुत रूचि है | नितीश को कवितायेँ लिखना बहुत अच्छा लगता हैं और अपनी कवितायेँ के मद्धम से दूसरों को जागरूक करते हैं | 

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