शुक्रवार, 13 जुलाई 2018

कविता : फूलों की तरह

" फूलों  की तरह "

फूलों  की तरह खिला है, 
नए रस्ते की ओर चला है | 
बढ़ते जा रहे हैं मेरे कदम,
एक नए दिशा की ओर | 
होंगें सही गलत के रास्ते,
चुनना है इन दोनों में से एक |
 नहीं भरोसा है किसी पर,
 भरोसा करूंगा खुद पर | 
चलूँगा मैं सही रास्ते पर, 
लगाकर अपने सपनों के पर | 
फूलों  की तरह खिला है, 
नए रस्ते की ओर चला है | 

कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 8th ,  अपना घर 


कवि परिचय : यह हैं नितीश जी जो की बिहार के नवादा जिले के  रहने वाले हैं | कवितायेँ बहुत अच्छी लिखा करते हैं | नितीश अपने कार्य के प्रति बहुत जिम्मेदार हैं | नितीश को टेक्नोलॉजी में बहुत रूचि है | पढ़ - लिखकर एक अच्छी नौकरी करना चाहते हैं और परिवार वालों की मदद करना चाहते हैं | 

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