बुधवार, 20 जून 2018

कविता : हिंदी

" हिंदी "

हिंदी है शान , हिंदी है मान,
हिंदी है देश की शान |
हिन्दू हैं हम, हिंदी हो तुम,
 हिंदी हैं, हम सब लोग |
हिंदी है हमारी सबसे प्यारी,
सूरज और गगन से भारी |
भारत में हैं अनेक भाषाएँ,
हिंदी को है उसमें से लाएं |
संस्कृत से आया ये हिंदी,
लगाना मत भूलना तुम बिंदी |
 कोई बोले अंग्रेजी दिन भर,
तो कोई है हिंदी पर निर्भर |
हिंदी है हमारी मन की भावनाएँ,
हिंदी दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ |

कवि : समीर कुमार , कक्षा : 8th ,  अपना घर


कवि परिचय : यह हैं समीर जो की इलाहबाद के रहने वाले हैं और अपना घर में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं | समीर छोटे बच्चों के प्रति बहुत अच्छे हैं और उनको पढ़ाते भी हैं | अपनी हर जिम्मेदारी को अच्छे से निभाते हैं | समीर को खेलने में क्रिकेट पसंद है और ये विराट कोहली के प्रशंसक हैं | 

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