रविवार, 17 जून 2018

कविता : हिंदुस्तान एक मील का पत्थर

"  हिंदुस्तान एक मील का पत्थर "

यह हिंदुस्तान एक मील का पत्थर है,
इसकी हर एक सड़क  में मंजिल है | 
यहाँ हर एक चीज कीमती दिखती है, 
हीरे- जवाहरात महँगे बिकते हैं | 
वो खुले आसमान में जीने की आज़ादी है, 
कुछ न कर पाओ तो जीवन में बर्बादी है | 
ऐसे बुलंद हौशलों की दीवारें भी हैं,
 सब में एक अच्छी बुनियादें भी हैं | 
यह हिंदुस्तान एक मील का पत्थर है| |

कवि : राज कुमार ,कक्षा : 9th , अपना घर 

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