सोमवार, 13 नवंबर 2017

कविता : दिवाली आयी खुशियाँ हज़ार लायी

" दिवाली आयी खुशियाँ हज़ार लायी "

दिवाली आयी खुशियाँ हज़ार लायी,, 
उन दीपों के बीच , वो खूब 
सुन्दर ख्यालों के साथ, 
जगमगाते बत्तियों के पास | 
सालों  -साल होता है पावन, 
इस त्योहार का इंतज़ार | 
फिर होता है दीपों का अकाश में,
 चमचमाते सितारे करते हैं दीदार |  
दिवाली आयी खुशियाँ हज़ार लायी .....  

कवि : राज कुमार , कक्षा : 8th , अपनाघर 

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