शुक्रवार, 8 सितंबर 2017

कविता :हौशलों से भरा हो

" हौशलों से भरा हो "  

मेरे जीवन की राह में ,
हौशलों से भरा हो |
 मेरी यही ख्वाईश है, 
मेरा जीवन हौशलों से भरा हो | 
मेरे जीवन की राह में ,
हर तूफान से मैं उलझा हूँ 
हर मुशीबत से मैं लड़ूँ |
 मेरे जज्बातों को बाहर आने का,
 इंतज़ार मैं बड़े उत्साह से करूं |  
 मेरा जीवन की राह में, 
हौशलों से भरा हो | 

कवि :संजय कुमार , कक्षा : 7th , अपनाघर 

कवि परिचय : यह हैं संजय कुमार हाल ही में कवितायेँ लिखना शुरू किया है और जल्द ही ये कविकार बन गये हैं | अपनाघर में रहकर पढ़ाई कर हैं | हमेशा मुश्कुराते रहते हैं | स्पोर्ट्स में बहुत अच्छे हैं | 

2 टिप्‍पणियां: