बुधवार, 28 जून 2017

 " पेड़ " 

शाम ,सुबह यह छाया देता,
रात में ये कभी - कभी सोता |  
सूंदर - सूंदर ये फूल देता, 
रस भर -भरकर फल देता | 
फूल को सूंघने में आनंद आता,
जड़ तो अंदर में छिप जाता |  
तना रात दिन खड़ा रहता,
पूरा पेड़ दूप को सहता | 
सुबह-सुबह जब पानी मिलता, 
पूरा दिन खुसी से रहता | 
शाम सुबह यह छाया देता, 
सारी रात खूब सोता | 
नाम : अवधेश कुमार ,कक्षा : 4th , अपनाघर 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें