रविवार, 20 मई 2012

कविता :- खतरा

खतरा 
जो कुछ है, इस धरती पर....
सब कुछ लिया मनुष्य उठाये,
उनका प्रयोग करके हम....
मिसाइल ,परमाणु बम जैसे वस्तु लिए बनाये,
इस वक्त नहीं तो, उस वक्त सही....
तृतीय विश्व युद्ध होना पक्का है,
हमें और तुम्हें कुछ नहीं हुआ है....
आने वाली पीढ़ी के लिए ये,
खतरा होना पक्का है....
जो कुछ है, इस धरती पर,
सब कुछ लिया मनुष्य उठाये....
नाम : सागर कुमार 
कक्षा : 8
अपना घर 

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