बुधवार, 25 अप्रैल 2012

कविता :-चुनाव

चुनाव 
शुरू होते ही चुनाव के, नेता जी आते....
करके मीठी बातें, है हमें फसातें,
पांच साल के पहले, वे नजर नहीं आते....
आज के नेता बड़े कंजूस,
मार के मक्खी और पीते जूस....
पड़े-पड़े है भाषण देते,
बैठ के गद्दे पर, विस्की लेते.... 
शुरू होते ही चुनाव के, नेता जी आते....
करके मीठी बातें, है हमें फसातें....
नाम :जमुना कुमार 
कक्षा :6 
 अपना घर

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