मंगलवार, 24 जनवरी 2012

कविता : बचपन बीता

 बचपन बीता 

 बचपन बीता बचपन बीता ,
पता नहीं चला वह कब बीता.....
वे बचपन के दिन और बचपन की बातें,
आज भी आतीं हैं इन सब की यादें ......
हर कोई चाहता है कि मेरा बचपन लौट आये,
ताकि पुरानी यादों को फिर से ताजा कर पायें..... 
 याद आती है बचपन की वो कहानी ,
जो सुनाया करती थीं दादी और नानी......
लेखक : सागर कुमार 
कक्षा : 8
अपना घर  

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