गुरुवार, 5 जनवरी 2012

कविता - कर देगे हमको बदनाम

कविता - कर देगे हमको बदनाम 
 आये व्यापारी चार ,
 समान लाये आठ ......
 गये वे बाजार ,
 व्यापारी गये रूठ.....
 मीच के वे आँख ,
 पीटने लगे वे ढोल.... 
 हल्ला सुनकर आये चोर,
ले गये समान ......
 वे गये थाने ,
 बोले हजूर लुट गये हम....... 
 इतने में आये थाना इनचार्ज,
 बोले क्या हुआ यार .......
 ले आओ डंडे चार ,
 कर दो इनको बे हाल........
 जा न पाये अपने यहाँ ,
 मर जाये यही यार ......
 क्योकि हम हैं चोर यार,
 नहीं कर देगे हमको बदनाम ........
 लेखक - अशोक कुमार 
 कक्षा - 9  अपना घर , कानपुर

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