शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

कविता - गलती

कविता - गलती 
 गलती  करते हैं सभी   ,
 इस संसार में ....
 गलती से आगे बढते हैं सभी,
 इस संसार में ......
 जो करता हैं गलती,
 इससे कुछ सीखता हैं हर व्यकित.......
 जो न सीखे कर के गलती  ,
 वो भोगे खाकर दुलत्ती .......
 हर प्रकार की गलती अच्छी नहीं होती हैं,
 हर गलती सजा लायक नहीं होती ......
 हर गलती पर माफ़ नहीं किया जा सकता ,
 हर गलती को समझकर साफ किया  .....
 नहीं जा सकता .....
 लेखक - सोनू कुमार 
 कक्षा - १० अपना घर ,कानपुर

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