बुधवार, 11 मई 2011

कविता - भ्रष्टाचार

भ्रष्टाचार 
अपना देश , प्यारा देश ,
राजा ,कलमाड़ी पर नहीं चलता कोई केश ,
मंत्री ,नेता नहीं करते इस पर विचार.....
अन्ना ,जैसे अच्छे लोग देश को अच्छा बनाते हैं,
देश में ऐसे कुछ लोग भी हैं ....
जो देश को बर्बाद करते हैं ,
देश में दिन दहाड़े होता हैं ,घोटाला.....
नेता ,मंत्री नहीं कोई bolane vala  ....
lekhak -mukesh kumar 
kaksha  -9 apna ghar, kanapur

3 टिप्‍पणियां:

  1. ए लइकन लोग बढि़या प्रयास करऽताड़जा हो. तोहन जानि के मनवा में आपन देसवा के लेके अभिए से एतना फिकिर बा, इ देखि के मन जुड़ाइ गइल. करीब दू महीना के हमहू छुट्टी पर बानि. ए से तोहन जाना के लिखल हम देखत रहब खलिहल में. हमरा तरफ से मन से निक और अंदर से ठीक बनऽजा. आज देसवा के हमनि के इहे के जरूरत बा हो.

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  2. आप बच्चे कल का भारत हैं...यही जज़्बा बनाये रखो...शाबाश!!!

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  3. चलो दिल्ली दोस्तों अब वक्त अग्या हे कुछ करने का भारत के लिए अपनी मात्र भूमि के लिए दोस्तों 4 जून से बाबा रामदेव दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठ रहे हें हम सभी को उनका साथ देना चाहिए में तो 4 जून को दिल्ली जा रहा हु आप भी उनका साथ दें अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को देखें
    http://www.bharatyogi.net/2011/04/4-2011.html

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