गुरुवार, 19 सितंबर 2024

कविता: "हिंदी दिवस "

 "हिंदी दिवस "
हम मुल्को का ,
नाचती- गाती है यह हिंदी | 
हर दरिया का पानी ,
हर मुशीबतों का हल है हिंदी | 
हम मुल्को का शान है हिंदी ,
सोते जागते सपनो का | 
पहचान है हिंदी ,
हर ख़ुशी का उल्लेख है हिंदी | 
हर बगिया का फूल है हिंदी ,
हर आंसूओ का बूँद है हिंदी | 
हर प्यार का जड़ है हिंदी ,
वह महकती खुशबू का अंग है हिंदी | 
कवि :अमित कुमार ,कक्षा :10th 
अपना घर 

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