शुक्रवार, 4 अगस्त 2023

कविता : "वह गाँव की यादें को बिखरना "

"वह गाँव की यादें को बिखरना "

वह गाँव की यादें को बिखरना 
अच्छा होता गाँव  में ही  रहना 
बस कुछ सालों की ही तो बात है 
ये सब जो पुरानी याद है 
यादों का बिखरना 
अच्छा होता गाँव  में ही रहना 
यादों  का याद करके 
सोचता हूँ मस्त मगन हो के 
इस याद को कभी नहीं है भूलना 
जिस में गुजरा है मेरा बचपना 
वह गाँव की यादों को बिखरना 
अच्छा होता गाँव में रहना 
                                                                                                          कवि :पंकज कुमार ,कक्षा :8 
                                                                                 अपना घर 

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