सोमवार, 3 जुलाई 2023

कविता :"गर्मी की छुट्टी "

"गर्मी की छुट्टी "
 गर्मी की छुट्टी हो गई ख़त्म | 
दो दिन के बाद स्कूल जायेंगे हम 
45 दिन तक नहीं मिले अपने दोस्तों से | 
लेकिन अब मिलेंगे प्रति दिन उनसे 
क्यूँकि अबसे स्कूल जायेंगे हर एक दिन | 
अभी परीक्षा आने में है 21 दिन 
रहकर घर में हो गए है बोर | 
स्कूल जांयेंगे तो होगा थोड़ा सा सोर 
फिर से होगा पढ़ाई जम के स्कूल में | 
छुट्टियों  में किया मस्ती हमने रूम में 
होगा अब अगले छुट्टी का इंतजार | 
जायेंगे घूमने अबकी नदी के पार 
गर्मी की छुट्टी हो गई ख़त्म | 
दो दिन के बाद स्कूल जारहे हम 
कवि :पंकज कुमार ,कक्षा :8th 
अपना घर 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें