गुरुवार, 25 मई 2023

कविता :"जीना "

"जीना "
 जीना किसको कहते है | 
क्या कुछ पाने को ,
या फिर खोने को | 
या फिर हार  कर ,
चुप चाप रोने को | 
जीना किसका नाम है ,
राहत भरी मुस्कान को | 
या फिर हारे हुए ,
बाजुओं में जान को ,
हाँ जीना इसी का नाम  है | 
कवि :देवराज ,कक्षा :12th 
अपना घर 

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