सर्दी
सर्दी ने कर दिया परेशान |
खास -खासकर शरीर हो गया बेजान ,
रात की नीद नहीं आती है |
दिन में नाक बहुत सताती है ,
दवा भी हो गया बे असर |
ठीक करने की नहीं छोड़ी में कोई कसर ,
खाने में न लगता है मन |
पुरे शरीर हो गया है भांग ,
सर्दी ने कर दिया परेशान |
खास खासकर शरीर हो गया बेजान ,
कवि : कुलदीप कुमार
अपना घर
सुंदर, सार्थक रचना !........
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