रविवार, 19 सितंबर 2021

कविता: "जीवन की नयी शुरुआत "

"जीवन की नयी शुरुआत "

 हर एक सुबह जीवन की नयी | 

शुरुआत कराती है ,

और हर शाम व्याकुल सी दिखती | 

जैसे अपन दर्द  क्या कराती है ,

सुबह समय सूर्य की किरणे |  

अपने ऊपर जम के बिखरती है ,

एक -एक सुबह जीवन की नयी | 

शुरुआत कराती है ,

मन अपना लक्ष्य बनाती है | 

आगे बढ़ने के लिए ,

कवि : राज कुमार ,  कक्षा : 12th 

अपना घर


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