शनिवार, 24 जुलाई 2021

कविता : " धरती मुझे गोद में लेकर "

" धरती मुझे गोद में लेकर "

धरती मुझे गोद में लेकर | 

मौसम -मौसम घुमाती है ,

धरती मुझे गोद में लेकर | 

हर मौसम के साथ जीना सीखती है ,

सूरज के चक्कर लगती है |

धरती मुझे गोद में लेकर ,

पूरा बह्रामंड में घुमाती है | 

धरती सब के साथ रहना सीखती है ,

कवि : रोहित कुमार , कक्षा : 4th 

अपना घर

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें