बच्चों का आकाश .... बच्चों के लिए
" मचा रहा कहर कोरोना "
मचा रहा कहर कोरोना ,
घर बैठे आ रहा रोना |
बचा नहीं कुछ करने को ,
रह गया अब सोना -सोना |
सभी जगह है बोला -बोला ,
लोग जपने लगे गाली |
काम न करे वैक्सीन ,
मर रहे है सब समय गिन -गिन
कवि : अखिलेश कुमार , कक्षा : 1oth , अपना घर
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