सोमवार, 13 अप्रैल 2020

कविता : कोरोना एक महामारी

" कोरोना एक महामारी "

लम्बी छुट्टी चल रही हमारी,
सब जगह फैला कोरोना बनकर महामारी | 
सुनने में बहुत सुनहरा लगाती प्यारी,
लेकिन बहुत खतरनाक है ये बीमारी | 
चलो लड़ने के लिए करें तैयारी,
लगाम लगा इसमें करें सवारी | 
कुछ दिन के लिए भूल जाओ दोस्ती यारी,
घर बैठे करो एग्जाम की तैयारी | 
जरा भी डरो मत इससे,
आगे तुम ही सुनाओगे इसके किस्से | 
हमारा ही विजय होगा,
कोरोना हमेशा के लिए सोएगा | 
लम्बी छुट्टी चल रही हमारी 
सब जगह फैला कोरोना बनकर महामारी | 

कवि : देवराज कुमार , कक्षा : 10th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता देवराज के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | देवराज को कवितायेँ लिखना बहुत अच्छा लगता है और ढेरों कवितायेँ लिख चुके हैं | देवराज को डांस करना भी अच्छा लगता है |



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