गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

कविता : कोरोना एक महामारी

" कोरोना एक महामारी "

जिंदगी की बात है यारों,
अपने आप को कोरोना से संभालों | 
कोरोना का इंतजार करो उस वक्त तक ,
बीमारी ख़त्म न हो जाए जब तक | 
कोरोना ने उड़ा दिया होश यारों,
किसी में रोकने का जोश नहीं है यारों | 
अगर बचना है इस कोरोना से 
निकलों मत अपने प्यारे घरों से | 
अपने आप को कोरोना से संभालो,
जो बचाओ करना है कर डालो | 
नहीं किया तो पड़ेगा भारी,
सभी देश में फैली है ये महामारी | 
कर डालो सभी प्रयासों को,
खुशियों से अपने घरों को भर डालों | 

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 6th , अपना घर 
कवी परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | सुल्तान एक जिज्ञासु बालक है | पढ़ाई के प्रति बहुत ही गंभीर रहना पसंद करते हैं | उम्मीद है भविष्य में और भी अच्छी कवितायेँ लिखेंगें |

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