शनिवार, 28 मार्च 2020

कविता :सर्दी

" सर्दी "

सर्दी है अब जाने वाला,
गर्मी है अब आने वाला | 
कौन सा मौसम है अच्छा वाला,
क्या कहूं हर मौसम है मतवाला | 
सर्दी में मन गर्मी को भाई,
गर्मी में मन सर्दी को भाई | 
सर्दी में है लोग सिकड़ने,
गर्मी में लगे पसीने से चिढ़ने | 
सर्दी में लोग आग तापते,
गर्मी कम हो ये कामना जापते |
सर्दी है अब जाने वाली,
इसीलिए मैं पंखा निकाल ली |

कवि : पिंटू कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता पिंटू के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | पिंटू को  लिखने का बहुत शौक है | क्रिकेट खेलने में बहुत माहिर हैं | एक दूसरों से बहुत ही अच्छे से बात करते हैं |  

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