शनिवार, 30 मार्च 2019

कविता : काश मेरा सपना ऐसा होता

" काश मेरा सपना ऐसा होता "

काश मेरा सपना ऐसा होता,
पक्षी की तरह मैं होता |
आसमां में उड़ पाते,
संसार को अलग से देख पाते |
काश वह ऐसा होता,
मेरे भी कुछ सपने होते |
मैं कुछ कर पाता,
काश मेरा सपने ऐसा होता |
संसार की बड़ी इमारतों को देख पाता,
काश पक्षी के तरह मैं होता |
आसमां में उड़ पाता | |

                                                                                                        कवि : अमित कुमार, कक्षा : 5th , अपना घर

 कवि परिचय : यह कविता अमित के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के गया जिले के निवासी है | अमित को पढ़ना लिखना बहुत पसंद है  और पढ़ाई में बहुत अच्छे हैं | अमित को कवितायेँ लिखना भी बहुत पसंद है |

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