सोमवार, 12 मार्च 2018

कविता काश मैं एक किसान होता

" काश मैं एक किसान होता "

काश मैं एक किसान होता, 
फसलों को सही ढंग से उगाता | 
पौधों को भी पानी पिलाता, 
अलग अलग फसल उगाता | 
हरी - हरी खेतों को ,
फसलों को संसार को | 
फसलों को सही उगाता,
काश मैं एक किसान होता |  

नाम : अकीबुल अली , कक्षा : 3rd , अपनाघर 


कवि परिचय : अकीबुल अली असम के रहने वाले हैं यह इनकी पहली कविता जिसको इन्होने पहली बार लिखा है | पढ़ाई में थोड़ा कमजोर हैं लेकिन अच्छे बनने की कोशिश करते हैं | इनको बहुत अच्छा लगा की इन्होने खुद अपनी कविता लिखी | 

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