गुरुवार, 11 जनवरी 2018

कविता : हर नारी जीना चाहती है

" हर नारी जीना चाहती है " 

हर कोई नारी जीना चाहती है,
अपनी मंजिल पाना चाहती है | 
जीवन में खुशियाँ लाना चाहती है,
हर कोई  नारी जीना चाहती है | 
अपने  हक़ के लिए लड़ना चाहती है, 
अपने ख्वाइश पूरा करना चाहती है |  
अपने जी में कुछ करना चाहती है,
हर कोई नारी जीना चाहती है |  

नाम : संजय कुमार , कक्षा : 7th, अपनाघर


कवि परिचय : यह हैं संजय कुमार जो की आजकल ये बहुत अच्छी कवितायेँ लिख रहे हैं पहले ऐसा नहीं था | आजकल इनकी कविताओं से कुछ न कुछ मेसेज निकलता है | पढ़ाई में थोड़ा कमजोर हैं फिर भी खूब मेहनत करते हैं हमें उम्मीद है की ये भविष्य में कुछ अच्छा करेंगे | झारखंड के रहने वाले हैं |  
  

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