रविवार, 25 जून 2017

कविता : "आशा है मुझे बारिश होगी "

"आशा है मुझे बारिश होगी " 

आशा है मुझे बारिश होगी ,
आशा है मुझे कुछ नया होगा  | 
देखने में लगता है कुछ खास ,
काश बादल रुक जाये आज  | 
मेरे आसपास के इस वातावरण,
में हो जाये झमाझम बरसात | 
बारिश के बूँदें को  देखू ,
  बारिश को महसूस  करूँ| 
 उछल कूदकर मैं खूब नहाऊँ  ,
अपने सपने को  खुद सजाऊँ | 
 नाम : राज कुमार , कक्षा : 8th , अपनाघर 

कवि का परिचय: राज   "अपना घर" परिवार के सदस्य है। ये हमीरपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। इनका परिवार ईट भठ्ठों में प्रवासी मजदूर का कार्य करते है. यंहा "आशा ट्रस्ट" के कानपुर केंद्र "अपना घर" में रहकर, शिक्षा ग्रहण कर रहे है। वर्तमान में ये कक्षा 8 th  के छात्र है। राज को कवितायेँ लिखना अच्छा लगता है। हमें उम्मीद है कि आपको इनकी ये नवीन रचना पसंद आएगी।

             

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