सोमवार, 20 अगस्त 2012

शीर्षक :- हमें दुःख है अपनी आँख से

शीर्षक :- हमें दुःख है अपनी आँख से 
हमें बड़ा दुःख है....
अपनी आँख से,
आँख से आँख से....
इसकी चाहत से,
इसकी कुदरती चाल से....
लोग बड़े परेशान है,
आँख से आँख से....
क्या-क्या नहीं होता,
आँख से आँख से....
क्या सोंचा है आपने?,
अपनी आँख से....
बड़े नज़ारे देखे है,
आपने आपने....
अपनी आँख से,
आँख से आँख से....
हमें बड़ा दुख है,
अपनी आँख से.... 
आँख से आँख से,
कवि:- अशोक कुमार 
कक्षा:-10
अपना घर 

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