शनिवार, 10 दिसंबर 2011

कविता - बात

कविता - बात 
 एक बार की बात हैं  ,
 यह बात कुछ खास हैं....
 जब भी आती हैं ठण्डी ,
 तो कपड़ो की लग जाती हैं मंदी ....
अगर ठण्डी से सबको बचना ,
 तो मोटे कपड़ो से तन हैं ढकना.....
 एक बार की बात हैं ,
 यह बात कुछ खास हैं......
 लेखक - ज्ञान कुमार 
 कक्षा - ८ अपना घर ,कानपुर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें