मंगलवार, 15 नवंबर 2011

कविता : सर्दी

 सर्दी 
सर्दी आयी सर्दी आयी ,
सबके मन में खुशियाँ लायीं...
अब पहनेगें नए-नए स्वेटर,
बैठेगें हम रजाई के भीतर ....
जब खायेगें हम बादाम-छुहारा,
तब भागेगा हमरा जाड़ा....
गरम-गरम पूड़ी सब्जी खायेगें,
स्कूल न जाकर घर पर मौज उडायेगें...
सर्दी है सबसे बढ़िया मौसम ,
जिसमें न होता किसी को कोई गम.....

लेखक : आशीष  कुमार 
कक्षा : 9
अपना घर  

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