सोमवार, 13 जून 2011

कविता : भुखमरी

 भुखमरी 

जब पड़ता है आकाल जहां पर ,
आ जाती है भुखमरी वहां पर ....
भुखमरी का अर्थ है ' भूख से मरना ,'
इसलिए कहते हैं खाना कभी न बर्बाद करना ....
भुखमरी से लोग तड़प-तड़प कर मरते ,
उस समय सारे दुख दर्द हैं सहते  ....
जब पड़ता है आकाल जहां पर ,
आ जाती है भुखमरी वहां पर......

लेखक : ज्ञान कुमार 
कक्षा : 8
अपना घर 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें