शुक्रवार, 18 मार्च 2011

कविता : बादल

बादल 

काले - काले बादल आये ,
साथ में अपने पानी लाये ....
छाई चारो तरफ हरियाली ,
फ़ूला समाया न खुशी से माली .....
फूलों से भर गयी है बगिया ,
कहतें हैं झरनें और नदियाँ ....
बढ़ी आक्सीजन ख़त्म आक्साइड ,
अगर हम इंसान न करें पेड़ों से फाइट ....
लेखक : सोनू कुमार 
कक्षा :9
अपना घर  

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