मंगलवार, 22 फ़रवरी 2011

कविता : दादा जी ने समझाया

दादा जी ने समझाया  

दादा जी ने यह समझाया ,
बच्चों धमा-चौकड़ी मत करो .....
पढ़ो लिखो तुम आराम करो,
जग में रोशन नाम करो तुम .....
अच्छे नागरिक बन जाओगे ,
समाज को अच्छी राह दिखलाओगे......
बच्चे बोले धमा-चौकड़ी नहीं करेगें ,
अपने घर में जी जान से पढ़ेगें .....


लेखक :मुकेश कुमार 
कक्षा :9
अपना घर 

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